बिलारी । बहोरनपुर नरौली स्थित प्रेम शांति इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय पाल सिंह राघव ने सामान्य ज्ञान से संबंधित जानकारी देते हुए छात्रों को व्हाट्सएप के माध्यम से बताया कि जिम कार्बेट आदमखोर जानवरों को मारने वाले महान शिकारी थे । वह आयरिश मूल के भारतीय लेखक व दार्शनिक थे जिन्हें भारत के प्रति अत्यधिक प्रेम था।
रविवार को सामान्य ज्ञान से संबंधित जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह राघव ने छात्रों को बताया कि 25 जुलाई 1875 में जेम्स एडवर्ड वर्ल्ड कार्वेट का जन्म नैनीताल में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा नैनीताल के स्कूलों से प्राप्त की। 19 वर्ष की अवस्था में रेल विभाग में नौकरी की तथा ब्रिटिश आर्मी में कर्नल बने और कई खूंखार जानवरों का शिकार किया। मैन ईटर्स आफ कुमाऊँ जैसी कई किताबें लिखी जो मानव और वन्यजीवों के मध्य उत्पन्न तनाव को दर्शाती हैं ।जेम्स एल्बर्ट कार्वेट द्वारा लिखित माय इंडिया किताब भारत के प्रति प्रेम को दर्शाती है ।जिम कार्बेट ने मानवीय अधिकारों के लिए संघर्ष किया तथा संरक्षित वनों के आंदोलन का प्रारंभ किया। उन्होंने अपना आवास नैनीताल के पास कालाढूंगी में बनाया जो आज पर्यटक का केंद्र बना हुआ है। चंपावत में 436 लोगों का दिवाला बनाने वाली आदमखोर बाघिन का शिकार कर उन्होंने लोगों को छुटकारा दिलाया। 19 अप्रैल 1955 को केन्या में उनका निधन हो गया।उनके निधन के पश्चात 1955- 56 में रामगंगा नेशनल पार्क का नाम बदलकर जिम कार्बेट नेशनल पार्क रखा गया।
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