श्रावण मास में शिव पूजा करने से सारे कष्ट हो जाते हैं दूर
बिलारी। क्षेत्र के गांव अमरपुर काशी स्थित श्रीमती मीरा अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पंडित विनोद कुमार मिश्र साहित्याचार्य ने प्राचीन शिव मंदिर श्री ज्योति शुगर फैक्ट्री देवरी स्थित के पुजारी पंडित विनोद कुमार शर्मा को श्रावण मास का महत्व बताया।
उन्होंने बताया कि श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तु अर्पित की जाती है। जिसे शिवा मुट्ठी कहते हैं। प्रथम सोमवार को शिव भक्तों को शिवलिंग पर एक मुट्ठी कच्चा चावल अर्पित करना चाहिए। दूसरे सोमवार को शिव भक्त को शिवलिंग पूजन के समय एक मुट्ठी तिल चढ़ाना चाहिए। तीसरे सोमवार को एक मुट्ठी खड़े मूंग का अर्पण करें। चौथे सोमवार को शिवभक्त शिवलिंग पर एक मुट्ठी जौं चढ़ाएं। पांचवें सोमवार को एक मुट्ठी सतवा चढ़ाकर पूजन करें, यदि पांचवा सोमवार सावन मास में पढ़ता है तो माना जाता है कि श्रावण मास में शिव पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। महादेव शिव समर्थ हैं, वह मनुष्य के सभी घाव को समाप्त करके मुक्ति दिलाते हैं। सूर्य से संबंधित बाधा है तो शिवभक्त पंचोपचार पूजन के बाद लाल बैगनी रंग के पुष्प अर्पित करें पत्ते सहित, फल मिलेगा चंद्रमा से संबंधित ग्रह शांति के लिए शिवभक्त गाय का दूध अर्पित करें, मंगल ग्रह से संबंधित शिव भक्त गिलोय जड़ी बूटी के रस से अभिषेक करें, बुद्ध से संबंधित विधारा अर्पण करें, वृहस्पति से संबंधित हो हल्दी मिश्रित दूध शिवलिंग पर अर्पित करें, शुक्र से संबंधित पंचामृत व देसी घी से अभिषेक करें, शनि से संबंधित गन्ने के रस एवं छात्र अभिषेक करें, राहु व केतु से संबंधित के लिए दूर्वा एवं कुसा को जल में मिलाकर अभिषेक करें तो उसे गृह एवं कष्ट की शांति के लिए फल प्राप्त होगा।
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