वाराणसी। फुलपुर इलाके में एक गांव में सड़क पर लगी डॉ० भीमराव आंबेडकर की मूर्ति शरारती तत्वों ने तोड़ दी। इसके बाद गांव वालों ने इलाके में घंटो चक्का जाम रखा और हंगामा किया। एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और मूर्ति लगने के बाद भीड़ इलाके से हटी।
मिली जानकारी के अनुसार फुलपुर थाना क्षेत्र के गड़खरा गांव में मंगलवार रात कुछ शरारती तत्वों ने मुख्य सड़क के किनारे लगी डॉ० भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। मूर्ति को जानबुझकर तोड़ा गया और सिर को धड़ से अलग कर दिया. इसकी जानकारी ग्रामीणों को सुबह मिली तो इलाके में उन्होंने विरोध जताते हुए चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने घंटों इसके विरोध में हंगामा करते हुए नारेबाजी की।
नाराज ग्रामीणों ने 3 घण्टे धरना प्रदर्शन करते हुए सड़क को बंद कर दिया। हालांकि बाद में एसडीएम के समझाने पर चक्का जाम खोला गया। इसके बाद प्रशासन ने दोपहर में जल्दबाजी में नई मूर्ति भी लगवाई। नई मूर्ति लगने पर भीड़ ने इलाका खाली कर दिया।
जानकारी के अनुसार भोजूबीर - थानागद्दी मार्ग पर स्थित गड़खरा गांव में पंचायत भवन व हरिजन बस्ती के पास ग्राम सभा की जमीन पर 25 साल पहले डॉ० भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी। मूर्ति के आस-पास ग्राम सभा की खाली जमीन पड़ी है। हालांकि अब इस जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है। बुधवार सुबह गांव में शोर मच गया कि आंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई और सिर धड़ से अलग है।
खबर मिलते ही कांग्रेसी नेता राजू राम के नेतृत्व में ग्रामीण सड़क पर उतर आए और हंगामा करते हुए चक्का जाम कर दिया। शरारती तत्वों की गिरफ्तारी और मूर्ति स्थल को सुरक्षित करने के साथ नई मूर्ति लगाने की मांग रखी। मौके पर एसडीएम जयप्रकाश, एसपीआरए एम पी सिंह, इंस्पेक्टर सनवर अली व चौकी इंचार्ज एस बी सिंह पहुंचे। उन्होंने चक्का जाम बंद करवाया और प्रशासन की मदद से नई मूर्ति लगवाई। हालांकि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि मूर्ति तोड़ने वालों की गिरफ्तारी न होने पर फिर से धरना प्रदर्शन होगा।
वाराणसी से अरविंद सिंह की रिपोर्ट
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