बिलारी। नगर पालिका परिषद बिलारी से पीस पार्टी शहला वाजिद चेयरमैन प्रत्याशी हैं लेकिन पूर्व सपा प्रत्याशी रहे हाजी इकबाल अंसारी ने पीस पार्टी में एंट्री मार कर समीकरण बदल दिए हैं,अब जनता में कशमकश है कि पीस पार्टी का टिकट बदलने की संभावना है सूत्रों के मुताबिक पीस पार्टी अपना चेयरमैन प्रत्याशी बदल सकती है।
बताते चलें कि बीती 5 नवंबर को एम आई एम नेता वाजिद अंसारी ने मजलिस को छोड़कर पीस पार्टी का दामन थाम लिया था और उसी दिन पीस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने उनकी पत्नी शहला वाजिद को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। इसके बाद बीती 24 नवंबर को समाजवादी पार्टी से वर्ष 2017 में प्रत्याशी रहे हाजी इकबाल अंसारी ने भी पीस पार्टी का दामन थाम लिया, अब इसके बाद से बिलारी नगर की जनता में यह कशमकश चल रही है कि वर्ष 2012 में पीस पार्टी ने अपना चेयरमैन बनाया था,अब इसी को आधार मानते हुए जनता यह मान रही है कि इस बार भी वर्ष 2022 के निकाय चुनाव में पीस पार्टी अपना चेयरमैन बना सकती है। इसी को लेकर सूत्रों से यह ज्ञात हुआ है कि वाजिद हुसैन अंसारी जनता का दिल जीतने में नाकाम नज़र आ रहे हैं, इसी को लेकर के पार्टी में यह मंथन चल रहा है कि बिलारी नगर का चेयरमैन प्रत्याशी पद के लिए टिकट बदला जाए या शहला वाजिद को ही अखाड़े में रखा जाए, इसको लेकर बहुत जल्द निर्णय सामने आएगा और सूत्रों से ये ज्ञात हो रहा है कि हाजी इकबाल अंसारी पीस पार्टी के चेयरमैन प्रत्याशी हो सकते हैं। इसके बाद ये देखना दिलचस्प होगा कि वाजिद अंसारी अपनी पत्नी शेहला वाजिद के साथ पीस पार्टी में रहेंगे या कोई अन्य दल से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि वाजिद अंसारी का अतीत गवाह है वो आज तक किसी भी पार्टी में रुककर काम नहीं किये हैं, यही वजह है कि कोई भी पार्टी उनपर भरोसा करने में हिचकिचाती है, बहरहाल टिकट का फैसला तो पार्टी के लोगों को लेना है लेकिन ये मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, देखते रहिए आगे क्या होता है।
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