मुरादाबाद में एक निजी अस्पताल कठघरे में है। आरोप है कि रुपये के लालच में एक नवजात शिशु की जान चली गई। नॉर्मल डिलिवरी से बच्चे का जन्म हुआ था। पीड़ित के बच्चे का इलाज करने के बहाने डॉक्टर ज्यादा बिल बनाना चाहता था। इसलिए स्वस्थ बच्चे को भी डॉक्टर ने जबर्दस्ती मशीनों में रख दिया।
मुरादाबाद
कटघर पुलिस ने मामले का संज्ञान लेकर अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अस्पताल के डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन सभी ने अपने फोन बंद कर रखे हैं। अस्पताल का बाकी स्टाफ भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पीड़ित आबिद ने बताया कि अपनी सास रेशमा जो आशा है उसके कहने पर काशीपुर तिराहे पर डॉक्टर शकील के यहां भर्ती कराया था। नार्मल डिलिवरी से मेरी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया था। दो दिन बाद ही बच्चे की तबीयत खराब होने की बात कहकर बच्चे को मशीन में रख दिया।
आबिद का कहना है, 'अस्पताल के ही डॉक्टर गुलज़ार मेरी सास का कमिशन और अस्पताल की आमदनी बढ़ाने के चक्कर में डॉक्टर शकील से मिलकर मेरे 9 दिन के ठीक-ठाक बेटे की छुट्टी नहीं होने दी। जिसकी वजह से मेरे बेटे की आज मौत हो गई। जिसका सबूत मेरे पास डॉक्टर गुलजार और मेरी सास जो आशा है उसकी ऑडियो भी है। किस तरह से मेरे स्वस्थ बेटे को अस्पताल में रखा गया और उसकी मौत हो गयी।
0 टिप्पणियाँ