बिलारी। नगर के डाक बंगला के निकट स्थित एमआई हाउस कार्यालय पर विधायक मोहम्मद फहीम इरफान द्वारा मदर टेरेसा के जन्मदिवस पर उनको याद किया गया और इस अवसर पर सूफी संतों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुये विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने कहा कि मदर टेरेसा वह महान लोगों में से थी जिन्होंने अपना समस्त जीवन दूसरों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। मदर टेरेसा अपना पूरा जीवन गरीबों, दरिद्रों और असहायों की जिन्दगी में प्यार की खुशबू भर दी थी।
जब वह मात्र बारह साल की थीं तभी उन्हें ये अनुभव हो गया था कि वो अपना सारा जीवन मानव सेवा में लगायेंगी और 18 साल की उम्र में उन्होंने ‘सिस्टर्स ऑफ़ लोरेटो’ में शामिल होने का फैसला ले लिया।
मदर टेरेसा को मानवता की सेवा के लिए अनेक अंतर्राष्ट्रीय सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त हुए। भारत सरकार ने उन्हें पहले पद्मश्री (1962) और बाद में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (1980) से अलंकृत किया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने उन्हें वर्ष 1985 में मेडल ऑफ फ्रीडम 1985 से नवाजा। मानव कल्याण के लिए किये गए कार्यों की वजह से मदर टेरेसा को 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला। उन्हें यह पुरस्कार ग़रीबों और असहायों की सहायता करने के लिए दिया गया था। मदर टेरेसा ने नोबेल पुरस्कार की 192,000 डॉलर की धन-राशि को गरीबों के लिए एक फंड के तौर पर इस्तेमाल करने का निर्णय लिया।
अागे कहा कि हमें मदर टेरेसा के आदर्शों, विचारों को अपनाने की जरूरत है, उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए बहुत कुछ सीखने की जरूरत है तभी हम अपना जीवन सफल बना सकते हैं।
इस अवसर पर विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने अनेक सूफी संतों को सम्मानित भी किया और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर हरि बाबा ,प्रेमगिरी बाबा ,शरीफ अहमद, शाकिर सैफी, साबिर हुसैन, मुकीम मलिक, आकिल हुसैन, बब्बू चाचा, सानू अब्बासी, अकबर हुसैन ग्राम प्रधान महरोली, शमीम अहमद प्रधान गजीपुर, कमल हुसैन, आनंदपाल यादव ,अरविंद सिंह , यामीन्ं अंसारी, उस्मान इदरीश, रेहान पाशा ,अभिनव चौधरी, प्रशांत गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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